उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रदेश में मदरसों की हालत पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मदरसे सिर्फ मजहबी सिक्षा का केंद्र बनकर न रह जाएं। इससे बचने के लिए मदरसा शिक्षा में बड़े बदलाव की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने विशेष समिति का गठन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर मदरसों के संबंध में प्रस्तुतीकरण की समीक्षा की। समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि मदरसों को मान्यता देने से पहले कड़ाई से यह सुनिश्चित कराया जाना चाहिए कि वहां अवस्थापना सम्बन्धी मानकों का अनुपालन किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मदरसा शिक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने अल्पसंख्यक कल्याण निदेशक की अध्यक्षता में विशेष समिति गठित की। उत्तर प्रदेश में 13,329 मान्यता प्राप्त मदरसे संचालित, जिनमें 12,35,400 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने कहा कि मदरसे महज मजहबी शिक्षा केंद्र बनकर न रह जाएं। आधुनिक शिक्षा के हर आयाम से मदरसा विद्यार्थी लाभान्वित होने चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य केवल सुधार नहीं, बल्कि नवाचार और समावेशिता के माध्यम से मदरसा शिक्षा को मुख्यधारा में लाना है। इस दौरान उन्होंने बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों की संख्या में गिरावट पर भी चिंता जाहिर की। योगी ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले छात्रों की संख्या में लगातार गिरावट विचारणीय है।

यूपी बोर्ड ने शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए 10वीं और 12वीं के नतीजे जारी कर दिए हैं। हाई स्कूल में 90.11% छात्र सफल रहे। वहीं, इंटरमीडिएट में 81.15% छात्र पास हुए।  यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 के हाई स्कूल के टॉपर यश बने हैं। जलौन के रहने वाले यश प्रताप सिंह ने 97.83% अंक हासिल किए। वहीं, प्रयागराज की रहने वाली महक जायसवाल इंटरमीडिएट टॉपर बनी हैं। उन्होंने 97.20% अंकों के साथ प्रथम स्थान हासिल किया है।

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