दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने शकूरबस्ती विधानसभा के दो स्कूलों का निरीक्षण किया। दोनों स्कूलों में स्विमिंग पूल के खस्ताहाल पाए जाने के बाद उन्होंने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस जांच शुरू करने के आदेश दिए गए। इसके अलावा उन्होंने एजुकेशन डायरेक्टर को शिक्षा विभाग की सरकारी स्कूलों के लिए सभी खेल सुविधाओं पर दो दिन के अंदर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। स्कूलों के मल्टीपर्पज हॉलों में एयर कंडीशनिंग सिस्टम लगाने के भी निर्देश दिए।
दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने शकूरबस्ती विधानसभा क्षेत्र के दो सरकारी स्कूलों- सर्वोदय को-एड स्कूल, सी ब्लॉक, सरस्वती विहार और राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल, रानी बाग का निरीक्षण किया। मंत्री ने स्टूडेंट्स के साथ बातचीत की और उनके साथ सवाल-जवाब सेशन भी रखा गया। निरीक्षण के दौरान विधायक करनैल सिंह, शिक्षा निदेशक, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी और बाकी विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।
निर्माण में लगाया घटिया सामान
निरीक्षण के बाद मंत्री ने कहा कि विधायकों की शिकायतों के आधार पर सरकार दिल्ली के स्कूलों का नियमित निरीक्षण कर रही है और जहां भी कमियां पाई जाती हैं, संबंधित विभागों को समय पर निर्देश जारी कर सुधार के लिए कार्रवाई की जाती है। आशीष सूद ने कहा कि दोनों स्कूलों में स्विमिंग पूल बुरे हालात में पाए गए। 2018 में 2.5 करोड़ रुपये की लागत से बने पूलों को कभी भी चालू नहीं किया गया। वहां पर्याप्त पानी की सप्लाई नहीं है और ऐसा लगता है कि होता है कि निर्माण में घटिया क्वॉलिटी का सामान लगाया गया है।
लापरवाही के कारण हुआ भ्रष्टाचार
रानी बाग स्कूल में पूल का फर्श टूट रहा है और आसपास की टाइलें उखड़ रही हैं। मंत्री ने मौके पर शिक्षा निदेशक को दोनों स्विमिंग पूलों की जांच शुरू करने और इसमें शामिल पीडब्ल्यूडी इंजीनियरों के खिलाफ विजिलेंस और विभागीय जांच के आदेश देने के निर्देश दिए। सूद ने कहा कि पिछली सरकार की लापरवाही के कारण स्कूलों की अनदेखी की गई, जिससे बच्चों का नुकसान हुआ और भ्रष्टाचार हुआ।
कुछ स्कूल दिखाकर किया गुमराह
मंत्री ने आगे कहा कि पिछली सरकार ने विज्ञापनों के जरिए सिर्फ कुछ बेहतरीन स्कूलों को दिखाकर लोगों को गुमराह किया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष दिल्ली सरकार ने शिक्षा बजट में 19% से अधिक की बढ़ोतरी की है, 19,291 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है, ताकि ऐसे मुद्दों का समाधान किया जा सके तथा सभी सरकारी स्कूलों की स्थिति में सुधार लाया जा सके। मंत्री ने शिक्षा निदेशक को स्कूलों में, विशेषकर लड़कियों के लिए, समुचित साफ-सफाई, स्वच्छ पेयजल, बिजली और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी आदेश दिए। रानी बाग स्कूल भवन लगभग 40 वर्ष पुराना है और मंत्री ने इसके स्थान पर एक नया भवन बनाने की योजना तैयार करने का प्रस्ताव रखा है।