बदायूं में बुधवार देर रात आंधी के बाद चार जगहों पर भीषण आग लग गई जिसमें उझानी का मेंथा प्लांट भी शामिल है। सहसवान के जामनी और जरीफनगर के सोनबुढ़ी और मालपुर ततेरा गांव में भी भारी नुकसान हुआ। दो गांवों में 150 से अधिक घर जल गए और नौ पशु भी मारे गए। मेंथा प्लांट में चिमनी गिरने से आग लगी जिससे करीब सौ करोड़ का नुकसान हुआ।
बुधवार देर रात आई आंधी के बाद चार जगह भीषण अग्निकांड हो गया। उझानी का मैंथा प्लांट, सहसवान का जामनी और जरीफनगर का सोनबुढ़ी और मालपुर ततेरा गांव में बड़ा नुकसान हुआ है। रात करीब 10 बजे लगी आग सुबह तक धधकती रही। दो गांवों में ही 150 से अधिक घरों की गृहस्थी जल गई। नौ पशु जलकर मर गए। आंधी के चलते दमकल की गाड़ियों को पहुंचने में देरी हुई। दमकल कर्मी दोपहिया वाहनों से मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया जा सका।
वहीं मेंथा प्लांट में चिमनी गिरने से लगी आग सुबह चार बजे नाइट्रोजन के सिलिंडर फटने के बाद कुछ शांत हुई। इससे पहले रात भर कुछ कुछ देर में वायलर और सिलिंडर फटते रहे। जिससे आसपास के गांव खाली करा लिए गए थे। इस अग्निकांड से मैंथा प्लांट को करीब सौ करोड़ का नुकसान बताया जा रहा है।
बुधवार रात नौ बजे आंधी शुरू हुई थी। दिल्ली-मेरठ हाईवे पर भारत मिंट एंड एलाइड कैमिकल्स की चिमनी का ऊपरी हिस्सा धराशायी होकर बायलर पर गिरा। कुछ देर बाद ही मेंथा प्लांट में आग भड़क गई। वहां मौजूद करीब दो सौ मजदूरों में भगदड़ मच गई। कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप ले लिया और तेज धमाके होने शुरू हो गए। सुबह एक तेज धमाके बाद आग की लपटें आसमान की तरफ देखी गई।
लोग डर की वजह से घर छोड़कर निकल गए। इससे पहले प्लांट के पिछले हिस्से में आग पहुंचने पर रात में ही पुलिस ने आसपास के गांव खाली करा लिए थे। बुधवार रात गांव सोनबुढ़ी में भी घूरे से उठी चिंगारी से झोपड़ियों में आग लगनी शुरू हुई। एक घर से दूसरे घर होते हुए 80 घरों तक पहुंच गई।बारिश के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका था। पुलिस और दमकल की टीमों ने ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया। यहां आग से करीब चार लोग व जानवर झुलस गए थे। सहसवान में बुधवार देर शाम पश्चिम दिशा से उठी चिंगारी ने जामनी गांव में जमकर कहर बरपाया। अग्निकांड में करीब 70 लाख रुपये की क्षति का अनुमान है।
दमकल की गाड़ियां सहसवान से सोनबुढ़ी के लिए निकली थीं, लेकिन रास्ते में पेड़ टूटे होने की वजह से बड़ी गाड़ियां रास्ते में फंस गईं। दो दोपहिया दमकल वाहन मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने गांव पहुंच कर वहीं के तालाब व अन्य स्रोत से अग्निशमन यंत्र, पानी के टैंक आदि का इस्तेमाल कर आग पर काबू पाना शुरू किया।
Oh My God 😢😢😢
रहम या मौला रहम!