Hajj 2025: मुस्लिम धार्मिक यात्रा हज की शुरुआत आज 4 जून 2025 से हो चुकी है. इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार हज की शुरुआत जुल हिज्जा की 8वीं तारीख से होती है. हज इस्लाम के 5 मूलभूत स्तंभों में एक है.
हज यात्रा की शुरुआत हो चुकी है. यह यात्रा आमतौर पर पांच या छह दिनों में पूरी की जाती है. हज की शुरुआत होते ही मुस्लिम श्रद्धालु सऊदी अरब के मक्का पहुंचते हैं और यात्रा की शुरुआत करते हैं. कहा जाता है कि हर मुस्लिम को जीवन में एक बार हज जरूरी करनी चाहिए.
हज यात्रा इस्लाम के 5 स्तंभों में एक है और यहां धार्मिक नियम पूरे किए जाते हैं. हज के पहले दिन ‘तवाफ’ होता है. इसमें हाजी काबा ने के चारों तरफ 7 बार उल्टी दिशा में घूमते हैं. फिर मक्का से मिना की ओर रवाना होते हैं. तवाफ के बाद मुसलमान मैदान ए अराफात मे इकट्ठा होकर इबादत करते हैं. मान्यता है कि इसी दिन पैगंबर मुहम्मद साहब ने अपनी अंतिम तकरीर दी थी. फिर हज यात्री मुजदलिफा पहुंचते हैं और यहीं रात बिताते हैं.
तीसरे दिन रमी अल-जमरात (शैतान को पत्थर मारना) होता है. यह हज तीर्थयात्रियों के लिए एक विशेष धार्मिक अनुष्ठान होता है. फिर हज यात्री कुर्बानी देने की तैयार करते हैं. इसके बाद हज में बाल मुंडवाने की प्रक्रिया होती है. पुरुष अपने पूरे बाल मुंडवाते हैं और महिलाएं बालों को छोटा कराती है. फिर वापिस मक्का लौटकर ‘तवाफ अल-इफादा’ किया जाता है. इसके बाद हज यात्री मक्का से विदा लेने से पहले आखिरी बार काबा के चक्कर लगाते हैं, जिसे तवाफ अल-विदा कहा जाता है. इस रस्म के साथ हज यात्रा पूरी होती है.