TAJ MAHAL AGRA
ताज महल की सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए जल पुलिस को स्पीड बोट मिल गई है. गुरुवार शाम को यह बोट आगरा पहुंची. इसे क्रेन की सहायता से ताजमहल के पीछे दशहरा घाट पर यमुना की तलहटी में उतारा गया. अब इसी बोट से जल पुलिस ताज महल की सुरक्षा के मद्देनजर पेट्रोलिंग करेगी. इतना ही नहीं जल्द ही यहां एंट्री ड्रोन सिस्टम भी लगाया जाएगा. केमिकल और न्यूक्लियर हमलों से बचाव के लिए भी पुलिस ने प्रस्ताव तैयार करना शुरू कर दिया है.
एडीजी सुरक्षा रघुवीर लाल ने 19 मई 2025 को आगरा का एक दिवसीय दौरा किया था. उन्होंने ताजमहल की सुरक्षा-व्यवस्था का निरीक्षण किया. ताजमहल के भीतरी और बाहरी परिसर में हर सुरक्षा प्वॉइंट को चेक किया था. एडीजी ने सर्किट हाउस में ताज सुरक्षा समिति की बैठक की. उस दौरान उन्होंने 4-5 दिनों में ताजमहल पर एंटी ड्रोन सिस्टम और स्पीड बोट उपलब्ध कराने की बात कही थी.
एंटी ड्रोन सिस्टम लगेगा: एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद ने बताया कि जो स्पीड बोट आई है, उसका मोडिफिकेशन कराने के साथ उस पर स्टिकर लगेंगे. इसके बाद जल पुलिस इससे यमुना नदी में पेट्रोलिंग करके ताजमहल की निगरानी करेगी. इसके साथ ही पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग के लिए मथुरा में लगे एंटी ड्रोन सिस्टम को आगरा भिजवाया जा रहा है. यह सिस्टम 200 से 500 मीटर तक ड्रोन को निष्क्रिय करेगा.
एसीपी ताज सुरक्षा ने बताया कि ताजमहल पर लगाया जाने वाला एंटी ड्रोन सिस्टम 7 किमी की परिधि में उड़ान भरने वाले ड्रोन को डिटेक्ट कर सकेगा. यह सिस्टम उड़ाने वाले की लोकेशन भी भेजेगा. ताज सुरक्षा पुलिस इस सिस्टम को टॉवर नंबर चार यानी शाही मस्जिद के पास स्थापित करेगी. यह जैमर बेस्ड एंटी ड्रोन सिस्टम है और इसकी फ्रीक्वेंसी 200 से 500 मीटर तक सेट की जाएगी. इस रेंज में उड़ान भरने वाले ड्रोन को यह निष्क्रिय कर देगा. अभी तक यह एंटी ड्रोन सिस्टम अयोध्या में राम मंदिर, काशी में विश्वनाथ धाम, प्रयागराज में महाकुंभ, मथुरा में जन्मभूमि और शाही ईदगाह पर लगाया जा चुका है.
न्यूक्लियर हमले से भी बचाव: एडीजी सुरक्षा रघुबीर लाल ने आगरा पुलिस से ताजमहल के आसपास केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर हमले की स्थिति में बचाव के लिए प्रस्ताव मांगा था. इसको लेकर एसओपी बनाई जाएगी, ताकि ऐसे हालात में बचाव के लिए स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ) की टीम तैनात की जा सके.
यलो के बाद ग्रीन जोन बनेगा: इतना ही नहीं आपदा और हमले की स्थिति में ताजमहल में बचाव कार्यों के लिए यलो जोन के बाद ग्रीन जोन भी बनाया जाएगा. एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद ने बताया कि ग्रीन जोन में पर्यटन पुलिस और ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगाई जा रही है. हमला व आपदा की स्थिति में ग्रीन जोन की सीमा पर ही बैरियर लगा दिए जाएंगे और वहां यलो जोन के नियम लागू किए जाएंगे. ग्रीन जोन की सीमाएं पूर्वी गेट पर कलाकृति चौराहा तक, पश्चिमी गेट पर झलकारी बाई चौराहा तक, आरके स्टूडियो से लेकर पुरानी मंडी चौराहा तक और मेहताब बाग की तरफ कछपुरा स्थित पार्किंग तक रहेगी.